मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है, जो बेहद खूबसूरत माना जाता है। भारत की शान मोर अपनी सुंदरता के लिए दुनिया भर में मशहूर है। इसके चमकीले पंख और मनमोहक नृत्य को देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता है।
भारत में बच्चे अक्सर स्कूल में मोर के बारे में छोटी-छोटी कविताएं या निबंध लिखते हैं। अगर आप भी मोर के बारे में लिखना चाहते हैं, तो यह लेख आपकी मदद करेगा। इसमें आपको मोर के बारे में 5, 10 और 30 पंक्तियों (lines on peacock) में जानकारी मिलेगी।
मोर पर शीर्ष 5 पंक्तियाँ (Top 5 Lines on Peacock)
1. मोर हमारा राष्ट्रीय पक्षी है।
2. इसके पंख बहुत सुंदर होते हैं।
3. बारिश के मौसम में मोर नाचता है।
4. मोर की आवाज़ तेज़ होती है।
5. मोर को दाना चुगना अच्छा लगता है।
मोर पर शीर्ष 10 पंक्तियाँ (Top 10 Lines on Peacock)
1. मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है।
2. मोर अपनी सुंदरता और रंग-बिरंगे पंखों के लिए प्रसिद्ध है।
3. नर मोर के पंख बड़े और आकर्षक होते हैं, जिनपर आँखों जैसे निशान बने होते हैं।
4. बारिश के मौसम में मोर पंख फैलाकर नाचता है, जो मनमोहक दृश्य होता है।
5. मोर को किसानों का मित्र माना जाता है क्योंकि यह खेतों के हानिकारक कीड़ों को खाता है।
6. मोर जंगलों में रहना पसंद करते हैं।
7. मोर सर्वाहारी होता है, यानी यह फल, अनाज, कीड़े इत्यादि खाता है।
8. मोरनी (मादा मोर) नर मोर की तुलना में कम आकर्षक होती है।
9. मोर की आवाज़ तेज़ और कर्कश होती है।
10. मोर भारत की संस्कृति और पौराणिक कथाओं में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
मोर पर शीर्ष 30 पंक्तियाँ (Top 30 Lines on Peacock)
1. मोर भारत का एक राष्ट्रीय चिह्न है।
2. मोर के दो पैर होते हैं, और प्रत्येक पैर में चार उंगलियाँ होती हैं।
3. नर मोर के सिर पर मुकुट जैसी एक कलगी होती है।
4. नर मोर के पंखों पर बनी आँखों जैसी आकृतियाँ इसकी खूबसूरती को कई गुना बढ़ा देती हैं।
5. एक मोर के पंख में सौ से अधिक ये खास निशान हो सकते हैं।
6. बरसात के मौसम में नर मोर लगभग बीस मिनट तक अपना मनमोहक नृत्य कर सकता है।
7. एक मादा मोर (मोरनी) एक बार में चार से आठ अंडे देती है।
8. मोर के अंडे देने से बच्चे निकलने में अट्ठाइस दिनों का समय लग सकता है।
9. मोर तीन से पाँच साल में पूरी तरह से विकसित हो जाते हैं।
10. एक स्वस्थ मोर की उम्र लगभग बीस साल हो सकती है।
11. नर मोर का वज़न चार से छह किलोग्राम के बीच होता है।
12. मोर घास के मैदानों में, जंगलों के किनारे या लगभग पंद्रह से बीस के समूह में रहते हैं।
13. मोरनी अक्सर मोर से सादे रंग की और लगभग आधे आकार की होती है।
14. दुनिया में मोर की तीन मुख्य प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
15. कुछ मोर सफ़ेद रंग के भी होते हैं, जो बेहद दुर्लभ हैं।
16. नर मोर अपनी लंबी पूंछ के लगभग पचास से साठ बड़े पंखों को फैला सकता है।
17. ये पंख डेढ़ मीटर तक लंबे हो सकते हैं।
18. मोर सर्वाहारी होते हैं, इनका मुख्य आहार कीड़े-मकोड़े, अनाज, फल और छोटे साँप होते हैं।
19. एक मोर दिन में ढाई से तीन लीटर पानी पी सकता है।
20. किसान मोर को खेतों का दोस्त मानते हैं क्योंकि यह हानिकारक कीटों को खाता है।
21. मोर की तेज़ आवाज़ ‘म्यॉं-म्यॉं’ जैसी होती है, इसकी आवाज़ दो किलोमीटर तक सुनी जा सकती है।
22. तेज़ बारिश होने पर, या खतरा महसूस होने पर भी मोर नाचने लगते हैं।
23. पौराणिक कथाओं में मोर को भगवान कार्तिकेय और कृष्ण जी से जोड़ा जाता है।
24. मुगल काल के दौरान कई चित्रों और कलाकृतियों में मोर को प्रमुखता से दर्शाया गया था।
25. राजस्थान राज्य में मोर को बहुत शुभ माना जाता है।
26. कई गीतों, कविताओं, कहानियों में मोर की सुंदरता का वर्णन मिलता है।
27. अंग्रेज़ी भाषा में मोर के नर को ‘peacock’ और मादा को ‘peahen’ कहा जाता है।
28. मोर पक्षी लगभग तीस किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है।
29. दुश्मन से बचने के लिए मोर पेड़ों की ऊंची डाल पर सोते हैं।
30. मोर का खूबसूरत रूप सभी जीवों में इसे एक अनूठा पक्षी बनाता है।
मोर पर लघु निबंध (Short Essay on Peacock)
मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है और भारतीय संस्कृति में इसका एक विशिष्ट स्थान है। यह अपनी अद्भुत सुंदरता के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। नर मोर का शरीर नीले रंग का होता है, जबकि गले के पास चमकीले नीले पंख होते हैं। मोर के सिर पर कलगी होती है जो उसके सौंदर्य में चार चाँद लगा देती है।
लेकिन मोर की सबसे बड़ी विशेषता उसके लंबे और आकर्षक पंख हैं। इन पंखों पर बनी आंखों जैसी आकृतियाँ मोर को और भी मनमोहक बनाती हैं। नर मोर इन पंखों को फैलाकर एक अनोखा नृत्य करता है जो बेहद खूबसूरत लगता है। विशेष रूप से वर्षा ऋतु में जब मोर नाचता है, तो ऐसा लगता है जैसे मानो प्रकृति खुद खुशी मना रही हो।
किसान मोर को अपना मित्र मानते हैं क्योंकि मोर खेतों में रहने वाले हानिकारक कीड़े-मकोड़ों को खाकर फसलों की रक्षा करता है। मोर जंगलों में, ऊंचे वृक्षों, या नदियों के किनारे रहना पसंद करते हैं। ये घोंसला नहीं बनाते और ज़मीन पर ही रहते हैं।
मोर सर्वाहारी होते हैं, यानी वे शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह का भोजन खाते हैं। फल, सब्जियाँ, अनाज, कीड़े-मकोड़े, छोटे सांप आदि इनके प्रिय भोजन हैं। मादा मोर को मोरनी कहा जाता है। मोरनी नर मोर की तरह रंग-बिरंगी नहीं होती और उसके पंख छोटे होते हैं। मोरनी एक बार में 4 से 8 अंडे देती है, जिनमें से बच्चे निकलते हैं।
मोर की आवाज़ इतनी सुरीली नहीं होती, यह तेज़ और कर्कश होती है। हालांकि इसकी खूबसूरती के आगे इसकी आवाज़ अक्सर नज़रअंदाज कर दी जाती है। भारत में मोर को मारना या उसे कैद में रखना कानूनन अपराध है। इसके साथ ही कई सभ्यताओं में मोर को पवित्र पक्षी के रूप में भी पूजा जाता है। हिंदू धर्म में, मोर को भगवान कार्तिकेय का वाहन माना जाता है, जिन्हें युद्ध के देवता के रूप में जाना जाता है।
भगवान कृष्ण भी अपने मुकुट पर मोर का पंख धारण करते थे। मोर अपनी अतुलनीय सुंदरता, गर्व, अनुग्रह और सांस्कृतिक महत्व के कारण भारत के राष्ट्रीय पक्षी के सम्माननीय पद का पूर्ण अधिकारी है।
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FAQs
1. मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी क्यों है?
मोर अपनी सुंदरता, सांस्कृतिक महत्व और भारत में व्यापक उपस्थिति के कारण भारत का राष्ट्रीय पक्षी है। यह गर्व, अनुग्रह और जीवंतता का प्रतीक है।
2. नर और मादा मोर में क्या अंतर होता है?
नर मोर (peacock) के रंग-बिरंगे, लंबे पंख होते हैं जिन पर आँखों जैसे निशान बने होते हैं। मादा मोर (peahen) आकार में छोटी होती है और उसके पंख नर मोर की तरह आकर्षक नहीं होते।
3. मोर कहाँ रहते हैं?
मोर आमतौर पर जंगलों में, पेड़ों पर या नदियों के किनारे पाए जाते हैं। वे घास के मैदान और खेतों के पास भी रह सकते हैं।
4. मोर बारिश में क्यों नाचते हैं?
मोर की ‘नाचने’ की कई वजह हो सकती हैं। बारिश के मौसम में मादा मोर को आकर्षित करने के लिए नर मोर नाचते हैं। कभी-कभी तेज़ बारिश या खतरे को भांपकर भी वे नाच सकते हैं।
5. मोर का मुख्य भोजन क्या है?
मोर सर्वाहारी होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे पौधे और जानवर दोनों खाते हैं। ये अनाज, फल, सब्जियां, कीड़े-मकोड़े, और कभी-कभी छोटे सांप भी खाते हैं।
6. मोर को किसान अपना मित्र क्यों मानते हैं?
मोर को किसानों का मित्र माना जाता है क्योंकि वे खेतों में अनाज को नुकसान पहुंचाने वाले कीड़ों को खाते हैं, जिससे फसल की रक्षा होती है।
7. मोर का धार्मिक महत्व क्या है?
हिंदू धर्म में, मोर को भगवान कार्तिकेय का वाहन माना जाता है, जो युद्ध और विजय के देवता हैं। भगवान कृष्ण भी अपने मुकुट पर मोर पंख धारण करते थे।
8. मोर कितने वर्षों तक जीवित रहता है?
एक स्वस्थ मोर लगभग 20 वर्षों तक जीवित रह सकता है।