आईटीआई इलेक्ट्रीशियन (ITI Electrician) एक व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम (Vocational Training Program) है जो छात्रों को इलेक्ट्रीशियन बनने के लिए तैयार करता है। यह भारत सरकार द्वारा चलाया जाता है और पूरे देश में आईटीआई संस्थानों के माध्यम से पेश किया जाता है।
कोर्स की अवधि दो साल है और इसमें सिद्धांत (Theory) और व्यावहारिक (Practical) दोनों तरह का प्रशिक्षण (Training) शामिल है।
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन के मुख्य मुख्य पॉइंट्स (ITI Electrician Main Points)
एलिजिबिलिटी क्राइटीरिया (Eligibility Criteria) | किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं पास |
कोर्स ड्यूरेशन (Course Duration) | 2 साल (4 सेमेस्टर) |
प्रवेश प्रक्रिया (Admission Process) | डायरेक्ट / मेरिट आधारित |
कोर्स फीस (Course Fees) | ₹ 5,000 – ₹ 50,000 |
प्रमाणपत्र (Certificate) | SCVT और NCVT |
औसत वेतन (Average Salary) | ₹ 15,000 – ₹ 30,000 (एक फ्रेशर के रूप में) |
जॉब प्रोफाइल (Job Profile) | घरेलू और इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रिशियन मेंटेनेंस तकनीशियन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग असिस्टेंट सेल्फ-एम्प्लॉयड इलेक्ट्रिशियन मरम्मत इलेक्ट्रिशियन (Repair Electrician) पैनल इंस्टालर (Panel Installer) उपकरण मैकेनिक (Appliance Mechanic) |
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स क्या होता है ( What is ITI Electrician Course?)
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन (ITI Electrician) कोर्स दो साल (2 Years) का एक तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम (Technical Training Program) है जो छात्रों को इलेक्ट्रीशियन के रूप में काम करने के लिए आवश्यक कौशल (Required Skills) और ज्ञान (Knowledge) प्रदान करता है।
यह कोर्स विशेष रूप से इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स की स्थापना (Installation), रखरखाव (Maintenance) और मरम्मत (Repairs) से संबंधित है।
इस कोर्स में, आपको विद्युत उपकरणों, विद्युत वायरिंग, मशीनों की फिटिंग और मरम्मत के बारे में सिखाया जाता है। आप बिजली के सामानों को स्थापित करना और मरम्मत करना सीखते हैं।
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन (ITI Electrician) कोर्स का मुख्य उद्देश्य छात्रों को रोजगार (Employment) के लिए तैयार करना है। इस कोर्स को करने के बाद आप इलेक्ट्रीशियन (Electrician) की तरह काम कर सकते हैं।
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स में दाखिला लेकर विद्यार्थी इलेक्ट्रिकल फील्ड में एक सफल करियर (Career) की ओर कदम बढ़ा सकते हैं। इस कोर्स के माध्यम से न केवल तकनीकी ज्ञान (Technical Knowledge) प्राप्त होता है, बल्कि प्रैक्टिकल स्किल्स (Practical Skills) भी विकसित होती हैं, जो रोजगार के अवसरों को बढ़ाती हैं।
पात्रता मापदंड( Eligibility Criteria)
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन (ITI Electrician) कोर्स करने के लिए, आपको आमतौर पर 10वीं पास होना चाहिए। विज्ञान और गणित विषयों में उत्तीर्ण होना आवश्यक है
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन प्रवेश प्रक्रिया (ITI Electrician Admission Process)
प्रवेश परीक्षा या पात्रता के आधार पर, उम्मीदवारों की मेरिट सूची तैयार की जाती है। इसमें उनके प्रदर्शन के आधार पर प्रवेश दिया जाता है।
कोर्स अवधि (Course Duration)
अवधि (Duration): 2 वर्ष (4 सेमेस्टर)
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन (ITI Electrician) कोर्स की अवधि (Duration) दो साल (2 years) होती है। जो चार सेमेस्टर में बांटा गया है, प्रत्येक छह महीने का होता है।
इस 2 साल (4 सेमेस्टर) की अवधि (Duration) के दौरान, छात्रों को इलेक्ट्रिकल प्रिंसिपल्स, वायरिंग टेक्निक्स, मोटर कंट्रोल, इलेक्ट्रिकल ड्रॉइंग, और सेफ्टी प्रैक्टिस सिखाया जाता है।
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स फीस (ITI Electrician Course Fees)
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन (ITI Electrician) कोर्स फीस संस्थान के हिसाब से अलग-अलग होती है, लेकिन सरकारी संस्थानों में आम तौर पर कम और प्राइवेट संस्थानों में ज्यादा होती है।
- सरकारी संस्थान (Government Institutes): सरकारी ITI संस्थानों में फीस कम होती है और आमतौर पर 5,000 से 10,000 रुपये प्रति वर्ष होती है। इसमें ट्यूशन फीस, परीक्षा फीस, और अन्य शैक्षिक खर्च शामिल हो सकते हैं।
- निजी संस्थान (Private Institutes): निजी ITI संस्थानों में फीस अधिक हो सकती है, जो 15,000 से 50,000 रुपये प्रति वर्ष तक हो सकती है। इसमें ट्यूशन फीस के अलावा अन्य खर्च भी शामिल हो सकते हैं।
विषय और सिलेबस (Subjects and Syllabus)
सैद्धांतिक शिक्षा
- बेसिक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रिकल सर्किट्स और नेटवर्क
- मैग्नेटिज्म और इलेक्ट्रोमैग्नेटिज्म
- इंस्ट्रुमेंट्स और मेज़रमेंट्स
- इंडक्शन मोटर्स और ट्रांसफॉर्मर्स
- डोमेस्टिक वायरिंग
प्रैक्टिकल ट्रेनिंग
- वायरिंग और केबलिंग
- इंस्टॉलेशन और मेंटेनेंस
- फॉल्ट फाइंडिंग और रिपेयरिंग
- घरेलू और इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रिकल उपकरणों की टेस्टिंग
- मोटर्स और जनरेटर्स का मेंटेनेंस
Job Profile
ITI Electrician कोर्स करने के बाद आपके लिए सरकारी (Government) और गैर-सरकारी (Non-Government) क्षेत्रों में कई तरह के करियर के अवसर खुल जाते हैं।
घरेलू और इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रिशियन | मेंटेनेंस तकनीशियन |
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग असिस्टेंट | सेल्फ-एम्प्लॉयड इलेक्ट्रिशियन |
मरम्मत इलेक्ट्रिशियन (Repair Electrician) | पैनल इंस्टालर (Panel Installer) |
लिफ्ट टेक्निशियन (Lift Technician) | उपकरण मैकेनिक (Appliance Mechanic) |
वेतन औसत (Average Salary)
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन (ITI Electrician) कोर्स करने के बाद शुरुआती स्तर पर मासिक वेतन ₹15,000 से ₹30,000 तक हो सकता है। अनुभव और विशेषज्ञता के साथ वेतन में वृद्धि होती है।
लाभ (Advantages)
1. रोजगार के अवसर (Employment Opportunities)
ITI इलेक्ट्रीशियन (ITI Electrician) कोर्स पूरा करने के बाद विभिन्न सरकारी और निजी क्षेत्रों में रोजगार के अच्छे अवसर मिलते हैं। बिजली विभाग (Electricity Department), निर्माण कंपनियाँ (Manufacturing Companies), और अन्य उद्योगों (Industries) में इलेक्ट्रीशियन (Electrician) की मांग होती है।
2. प्रैक्टिकल ज्ञान (Practical Knowledge)
ITI Electrician कोर्स में प्रैक्टिकल प्रशिक्षण पर अधिक जोर दिया जाता है, जिससे छात्रों को वास्तविक कार्य अनुभव मिलता है। यह कौशल विकास (Skill Development) के लिए महत्वपूर्ण है।
3. आत्मनिर्भरता (Self-Reliance)
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन (ITI Electrician) करने के बाद आप ना सिर्फ नौकरी कर सकते हैं बल्कि अपना खुद का बिजनेस भी चला सकते हैं। इससे आप आत्मनिर्भर बनते हैं और अपने दम पर कमाई कर सकते हैं।
4. कम समय में कौशल विकास (Skill Development in Short Time)
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन एक शॉर्ट टर्म कोर्स है जिसे करने में 2 साल लगते हैं। इस कोर्स में आपको थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों का ज्ञान दिया जाता है जिससे आप जल्दी से जल्दी इलेक्ट्रीशियन का काम करने के लिए तैयार हो जाते हैं। अन्य कोर्स की तुलना में यह समय कम होता है।
5. अच्छी तनख्वाह (Good Salary)
एक अनुभवी इलेक्ट्रीशियन भी अच्छी तनख्वाह पर काम पा सकता है। कुशलता और अनुभव के साथ आपकी तनख्वाह भी बढ़ती रहती है।
नुकसान (Disadvantages)
1. शारीरिक श्रम (Physical Effort)
इलेक्ट्रीशियन (Electrician) का काम मेहनत वाला होता है। लंबे समय तक खड़े रहना, झुकना या भारी सामान उठाना पड़ सकता है। इसमें अक्सर भारी उपकरणों का उपयोग, उच्च स्थानों पर काम, और कभी-कभी जोखिम भरे कार्य शामिल होते हैं।
2. जोखिम भरा काम (Risky Work)
बिजली के साथ काम करना हमेशा एक जोखिम भरा काम होता है। जरा सी गलती से गंभीर चोट या दुर्घटना हो सकती है। सुरक्षा नियमों का पालन बहुत ज़रूरी है। उचित सुरक्षा मानकों का पालन न करने पर गंभीर चोटें या दुर्घटनाएँ हो सकती हैं।
3. सीमित तरक्की (Limited Progress)
ITI Electrician के बाद तरक्की के रास्ते कुछ कम होते हैं। आप अनुभवी इलेक्ट्रीशियन या छोटा बिजनेस तो खोल सकते हैं, लेकिन मैनेजमेंट या इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों के लिए आगे की पढ़ाई की जरूरत पड़ सकती है।
4. प्रतिस्पर्धा (Competition)
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन (ITI Electrician) कोर्स करने वाले छात्रों की संख्या अधिक होने के कारण नौकरी में प्रतिस्पर्धा भी अधिक होती है। अधिक छात्रों के पास एक ही कौशल (Skills) होने से रोजगार प्राप्त करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
5. बाहरी वातावरण में काम (Work in Outdoor Environment)
गर्मी, बारिश या धूप किसी भी मौसम में काम करना पड़ सकता है। अगर आपको ऑफिस की नौकरी पसंद है तो ये आपके लिए उपयुक्त नहीं हो सकता।
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FAQs
1. आईटीआई इलेक्ट्रीशियन (ITI Electrician) कोर्स क्या है?
यह एक व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है जो आपको इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स की स्थापना, रखरखाव, और मरम्मत के लिए तैयार करता है।
2. ITI Electrician कोर्स की अवधि क्या है?
यह 2 साल का कोर्स होता है। जिसमें 4 सेमेस्टर होते हैं।
3. आईटीआई इलेक्ट्रीशियन (ITI Electrician) कोर्स में प्रवेश के लिए योग्यता (Qualifications) क्या है?
अगर आप 10वीं कक्षा पास छात्र है तो ITI Electrician कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं।
4. आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स से कितनी कमाई हो सकती है?
ITI Electrician कोर्स करने के बाद आप औसतन मासिक आय ₹15,000 से ₹30,000 तक हो सकती है।
5. ITI Electrician कोर्स के दौरान कौन-कौन से विषय पढ़ाए जाते हैं?
ITI Electrician कोर्स में इलेक्ट्रिकल प्रिंसिपल्स, वायरिंग टेक्निक्स, मोटर कंट्रोल, इलेक्ट्रिकल ड्रॉइंग, और सेफ्टी प्रैक्टिस शामिल हैं।
6. आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स के बाद उच्च शिक्षा के क्या विकल्प हैं?
ITI Electrician कोर्स के बाद छात्र डिप्लोमा या डिग्री कोर्स जैसे इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में प्रवेश ले सकते हैं।